विजय का वीरता उद्घोष: देवताओं की अस्वीकृति और तमिल राजनीति की दिशा
तमिल अभिनेता विजय ने तमिलनाडु की राजनीति में एक बड़ी चर्चा का विषय बनाया जब उन्होंने तमिल विजयकायम पार्टी के पहले सम्मेलन में 'परियर' को मार्गदर्शक के रूप में चुना। उन्होंने देवता अस्वीकृति, परिवारवाद, और विभाजनकारी राजनीति पर अपने विचार साझा किए। विजय का मानना है कि राज्य की राजनीति आज भी परियार के वैचारिक मूल्यों के इर्द-गिर्द घूम रही है।