विश्व तंबाकू निषेध दिवस – क्यों है यह खास?
हर साल 31 मई को दुनिया भर में "विश्व तंबाकू निषेध दिवस" मनाया जाता है. इस दिन सरकारें और NGOs धूम्रपान से जुड़ी बीमारियों के खतरे को दिखाते हैं और लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित करते हैं. अगर आप या आपका कोई जानने वाला धूम्रपान करता है, तो यह दिन आपके लिए एक यादगार मोमेंट बन सकता है – एक नया आरम्भ।
तंबाकू के असर – आपका शरीर कैसे बताता है ‘ना’
धूम्रपान सिर्फ फेंकी गई सिगरेट नहीं, बल्कि आपके फेफड़ों, दिल और पूरे शरीर को नुकसान पहुंचाता है. हर सिगरेट में 7,000 से ज्यादा रासायनिक पदार्थ होते हैं, जिनमें निकोटीन, टार और कार्बन मोनोऑक्साइड शामिल हैं. ये पदार्थ रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देते हैं, जिससे हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक का ख़तरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, लगातार धूम्रपान कैंसर की संभावना को भी दोगुना कर देता है.
धूम्रपान छोड़ने के आसान तरीके
धूम्रपान छोड़ना आसान नहीं, लेकिन सही मदद से संभव है. सबसे पहले, एक साफ़ लक्ष्य तय करें – जैसे "30 दिनों में धूम्रपान नहीं". फिर निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी (जैसे च्यूइंग गम या पैच) अपनाएँ, जिससे झटका कम हो. साथ में, कोई दोस्त या परिवार का सदस्य आपके साथ रहा तो प्रेरणा बनी रहती है. अगर चाहें तो डॉक्टर से परामर्श लें; वे बिपीएसपी प्रयोग या दवाइयाँ सुझा सकते हैं. दिन में पानी अधिक पीएँ, हल्की एक्सरसाइज करें और तनाव कम करने के लिए योग/ध्यान रखें.
सरकार भी मदद के लिए कई योजनाएँ चलाती है. भारत में ‘तमाकु रीस्ट्रिक्शन एक्ट’ के तहत सार्वजनिक स्थानों में धूम्रपान प्रतिबंधित है, और ‘तंबाकू मुक्त भारत’ अभियान रोज़ाना टीज़र, एडवर्टाइजिंग और हेल्पलाइन नंबर (1800‑11‑910‑910) चलाता है. कई राज्य में मुफ्त काउंसलिंग और निकोटीन रिप्लेसमेंट किट उपलब्ध हैं, बस स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर पूछें.
अगर आप अभी धूम्रपान छोड़ने की सोच रहे हैं, तो एक छोटा कदम भी बड़ा फ़ायदा दे सकता है. याद रखिये, हर झटका दरअसल आपका शरीर आपको कह रहा है "रुको". इस विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर, खुद को या अपने पसंदीदा को एक नई शुरुआत का वादा करिए. एक साफ़ साँस, एक स्वस्थ दिल और खुशहाल जीवन आपका इंतजार कर रहा है.