पावेल दुरोव: टेलीग्राम के पीछे की कहानी
जब आप टेलीग्राम का उपयोग करते हैं, तो शायद ही कभी आप सोचते हैं कि इस सादा लेकिन तेज़ मैसेंजर के पीछे कौन है. वही पावेल दुरोव है – एक प्रोग्रामर‑उद्यमी जो रूसी‑उक्रेनी मूल का है और दो बड़ी ऑनलाइन सर्विसेज़ को जन्म दिया: वीकंटेक्ट और टेलीग्राम.
पावेल का जन्म 1984 में लेंस में हुआ था. बचपन में ही कंप्यूटर से उनका लगाव था, इसलिए 14 साल की उम्र में उन्होंने पहला प्रोग्राम लिखा. बाद में उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग की एक तकनीकी यूनिवर्सिटी से स्नातक किया, जहाँ उन्होंने सोशल नेटवर्किंग के बारे में सोचना शुरू किया.
वीकंटेक्ट: पहला बड़ा कदम
2006 में पावेल ने वीकंटेक्ट (VK) लॉन्च किया, जो रूस में फेसबुक जैसा प्लेटफ़ॉर्म बन गया. शुरुआती दिनों में यह सिर्फ छात्रों के लिए था, पर जल्दी ही लाखों लोग इसे उपयोग करने लगे. वीकंटेक्ट की लोकप्रियता ने पावेल को इंटरनेट पे एक पहचान दिला दी और उन्हें बड़ी धनराशि भी मिल गई. लेकिन इस सफलता के साथ साथ सवाल भी बढ़े – डेटा प्राइवेसी, विज्ञापन और कंटेंट मॉडरेशन.
कुछ साल बाद, पावेल ने वीकंटेक्ट के बोर्ड से अलग हो गए, क्योंकि उनका फोकस अब अधिक खुली और प्राइवेसी‑ओरिएंटेड सॉल्यूशन बनाना था. यही विचार टेलीग्राम में बदल गया.
टेलीग्राम: प्राइवेसी का नया मानक
2013 में पावेल ने टेलीग्राम लॉन्च किया. इसका मुख्य मकसद था एक ऐसा मैसेंजर देना जहाँ यूज़र की जानकारी सुरक्षित रहे और कोई सेंसरशिप न हो. इस वजह से टेलीग्राम में एन्ड‑टू‑एन्ड एन्क्रिप्शन, सिक्योर क्लाउड और ओपन‑सोर्स API जैसे फीचर शामिल हैं.
जब कई देशों ने यूज़र डेटा को नियंत्रित करने की कोशिश की, पावेल ने टेलीग्राम को मुक्त रखना ही चुना. उन्होंने कई बार सर्वर को विभिन्न देशों में होस्ट किया, ताकि कोई एक सरकार पूरी तरह नियंत्रण न कर सके. यही कारण है कि आज टेलीग्राम को कई बार "डिजिटल फ्रीडम का प्रतीक" कहा जाता है.
टेलीग्राम का बिजनेस मॉडल भी अलग है. विज्ञापन नहीं, बल्कि प्रीमियम सब्सक्रिप्शन (टेलीग्राम पे) और बॉट डेवलपमेंट से राजस्व कमाते हैं. ये मॉडल यूज़र को बिना विज्ञापन के साफ़ अनुभव देता है.
पावेल की कहानी यह दिखाती है कि अगर आप प्राइवेसी और यूज़र स्वायत्तता को प्राथमिकता दें, तो भी आप एक सफल ग्लोबल प्रोडक्ट बना सकते हैं. उनकी विचारधारा नयी पीढ़ी के टेक उद्यमियों को प्रेरित करती है – चाहे आप मोबाइल ऐप बना रहे हों या कोई नई सोशल प्लेटफ़ॉर्म.
अगर आप टेलीग्राम का उपयोग करते हैं और इसके फीचर से खुश हैं, तो आप भी पावेल दुरोव के इस मिशन का हिस्सा बन रहे हैं. आगे भी टेलीग्राम नई सुविधाएँ जोड़ता रहेगा, और पावेल की योजना है कि यह प्लेटफ़ॉर्म लगातार प्राइवेसी की दिशा में आगे बढ़े.
संक्षेप में, पावेल दुरोव एक ऐसा नाम है जो प्राइवेसी, तकनीकी नवाचार और सोशल मीडिया में बदलाव को जोड़ता है. उनकी यात्रा वीकंटेक्ट से शुरू हुई, लेकिन टेलीग्राम ने उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई. अब भी उनका लक्ष्य है – इंटरनेट को सभी के लिए खुला और सुरक्षित रखना.