Giorgia Meloni: इटली की नई प्रधानमंत्री और उनकी राजनीति

Giorgia Meloni का नाम अब हर खबर में सुनाई देता है। वह इटली की पहली महिला प्रधान मंत्री हैं और उनके राजनीतिक फैसले देश के साथ-साथ यूरोप को भी हिलाते दिखते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि वह कैसे इस मुकाम पर पहुँची और उनके मुख्य विचार क्या हैं, तो ये लेख आपके लिये है।

राजनीतिक सफर

Meloni ने अपना राजनीतिक करियर बहुत छोटे उम्र में शुरू किया। वे 1990 के दशक में इटालियन युवा मोरालिस्ट फ्रंट (अभी फ़्रैटर) के सदस्य बन गईं। धीरे‑धीरे उन्होंने पार्टी के भीतर अपना स्थान बना लिया और 2006 में संसद में सीट जीत ली। 2012 में वे फ्रैटर पार्टी की संस्थापक बनीं और राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई। उनका स्लोगन अक्सर ‘इटली पहले’ रहता था, जो कई वोटरों को आकर्षित करता था।

2018 में फ्रैटर ने इटली की सरकार में भाग लिया, लेकिन छोटे‑छोटे मतभेदों के कारण उनका सहयोग जल्दी खत्म हो गया। फिर 2022 में चुनाव में उन्होंने बड़ी जीत हासिल की, और एक कोएलिशन के साथ सरकार बनाई। ये जीत उनके दृढ़ता, जनता की असंतोष और भरपूर मीडिया कवरेज का परिणाम था।

विदेश नीति और यूरोप पर असर

प्रधानमंत्री बनते ही Meloni ने इटली की विदेश नीति में कुछ बदलाव सुझाए। वह यूरोपीय संघ के भीतर इटली की आवाज़ को मजबूत करना चाहती हैं, खासकर आव्रजन, ऊर्जा और सुरक्षा के मुद्दों में। उन्होंने इटली का NATO सहयोग बनाए रखने पर जोर दिया, साथ ही रूस‑यूक्रेन युद्ध में यूरोपीय समर्थन को भी दोहराया।

उनकी नीति पर कुछ यूरोपीय नेताओं ने आश्चर्य जताया, जबकि अन्य ने उनका स्वागत किया। उनका मानना है कि इटली को यूरोप के साथ मिलकर अपनी आर्थिक समस्याओं का हल निकालना चाहिए, लेकिन साथ ही राष्ट्रीय हितों को भी प्राथमिकता देनी चाहिए। इससे कई बहसें और चर्चा पैदा हुई हैं।

आर्थिक मोर्चे पर वह टैक्स रिफॉर्म, निवेश को बढ़ावा और छोटे व्यवसायों के लिये आसान वर्गीकरण चाहती हैं। उनका लक्ष्य है कि इटली का आर्थिक विकास बेहतर हो और बेरोज़गारी कम हो। इस दिशा में उन्होंने कई नई योजनाओं की घोषणा की है, जैसे ऊर्जा खपत घटाना और घरेलू उद्योग को सशक्त बनाना।

सामाजिक मुद्दों में भी Meloni ने स्पष्ट रुख दिखाया है। उन्होंने पारंपरिक परिवार मूल्यों को समर्थन दिया और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रतिबंध के खिलाफ कहा। इन बातों ने उनके समर्थकों को उत्साहित किया, और विरोधियों को सवालों में डाल दिया।

यदि आप इटली की राजनीति को समझना चाहते हैं, तो Meloni का उदय एक महत्वपूर्ण संकेत है। वह दर्शाती हैं कि जनता की असंतुष्टि किस प्रकार नई आवाज़ों को मंच दे सकती है। उनके कदम इटली की भविष्य की दिशा को तय करेंगे, और यूरोप में भी नई गतिकी पाई जाएगी।

सारांश में, Giorgia Meloni का राजनीतिक सफर, उनके मुख्य नीतियां और यूरोपीय स्तर पर उनका प्रभाव, इस लेख में साधी भाषा में समझाया गया है। आपको अब उनकी प्रमुख पहल, विदेश नीति के बदलाव और सामाजिक दृष्टिकोण की स्पष्ट तस्वीर मिल गई होगी।

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