महाराष्ट्र में बीजेपी की चुनावी हार की जिम्मेदारी ली फडणवीस ने
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने 2024 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की बड़ी हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपनी सरकारी पद से त्यागपत्र की पेशकश की है। मुंबई के बीजेपी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में फडणवीस ने स्वीकार किया कि वे कुछ मामलों में असफल रहे, जिसके कारण पार्टी को यह हार सहनी पड़ी।
प्रेस कांफ्रेंस में फडणवीस का बयान
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान फडणवीस ने भारी मन से कहा, 'मैं महाराष्ट्र में बीजेपी की बड़ी हार की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। मुझे कुछ क्षेत्रों में कमी रह गई और हमने अपनी कड़ी मेहनत के बावजूद सफलता प्राप्त नहीं की। मैं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से अनुरोध करता हूं कि वे मुझे मेरे सरकारी पद से मुक्त करें ताकि मैं आगामी विधानसभा चुनावों पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित कर सकूं और पार्टी की कमियों को दूर कर सकूं।'
बीजेपी की कमजोर प्रदर्शन
इस बार के लोकसभा चुनावों में बीजेपी को महाराष्ट्र में महज 9 सीटें मिली हैं, जो 2019 के चुनावों में हासिल 23 सीटों से काफी कम है। इस साल पार्टी की सीटों की कुल संख्या घटकर 17 हो गई है, जिसमें उनके सहयोगी दलों की सीटें भी शामिल हैं।
वरिष्ठ नेताओं के साथ समन्वय में कमी
फडणवीस ने यह भी स्वीकार किया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के साथ कुछ समन्वय की समस्याएँ थीं, जिन्हें वे जल्द ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा करेंगे।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता सुषमा अंधारे की टिप्पणी
शिवसेना (यूबीटी) की नेता सुषमा अंधारे ने फडणवीस की इस घोषणा को एक रक्षा रणनीति के रूप में देखा, जिससे उनका एक गरिमा पूर्ण तरीके से पद से हटना सुनिश्चित हो सके।
विपक्षी दलों की मजबूत प्रदर्शन
महाराष्ट्र में बीजेपी की कमजोर प्रदर्शन के बावजूद विपक्षी महा विकास अघाड़ी (MVA) ने जोरदार प्रदर्शन किया और कुल 30 सीटें जीतीं। कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) ने क्रमशः 13, 9 और 8 सीटें हासिल कीं।
फडणवीस की इस घोषणा ने न केवल महाराष्ट्र की राजनीतिक हलचल को उभारा है बल्कि यह भी दर्शाया है कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी को अपने संगठनात्मक संरचनाओं में सुधार की आवश्यकता है।
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