अगर आप शेयर बाजार में नया कदम रख रहे हैं या अपने पोर्टफोलियो में ऊर्जा सेक्टर जोड़ना चाहते हैं, तो GK Energy का IPO आपके लिए दिलचस्प हो सकता है। इस लेख में हम IPO की बुनियादी जानकारी, सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया और संभावित जोखिम‑फायदे को सरल भाषा में बताएँगे।
GK Energy एक एसेट‑मैनेजमेंट कंपनी है जो रिन्यूएबल एनर्जी, सौर‑पावर और बैटरी स्टोरेज प्रोजेक्ट्स में काम करती है। कंपनी ने 2024 में कई बड़े प्रोजेक्ट्स का ख़त्म किया और अब वह सार्वजनिक होने की तैयारी में है। बॉर्डरलाइन रिपोर्ट के मुताबिक, IPO का आकार 1,200 करोड़ रुपये है, और शेयर प्राइस बैंड ₹180‑₹200 के बीच तय किया गया है।
IPO का ऑफ़र 12 जून से 18 जून तक खुलेगा, और लिस्टिंग 30 जून को NSE‑BSE पर होगी। निवेशकों को 5 लाख रुपये से न्यूनतम सब्सक्रिप्शन कर सकते हैं। ग्रे‑मार्केट में पहले ही इस शेयर पर प्रीमियम देखे जा रहे हैं, इसलिए कीमत में थोड़ी विविधता हो सकती है।
सब्सक्राइब करने के दो मुख्य तरीके हैं – ऑनलाइन और ऑफ़लाइन। ऑनलाइन के लिए आपको डिमैट अकाउंट वाला ब्रोकर चुनना होगा, फिर ब्रोकर की वेबसाइट या ऐप से IPO फ़ॉर्म भरना होगा। ऑफ़लाइन के लिए डिमैट अकाउंट वाले बैंकों या स्टॉक एक्सचेंज के ब्रोकर्ड्स के पास जाकर फॉर्म जमा कर सकते हैं।
फ़ॉर्म भरते समय ये चीज़ें सही रखें:
फायदे:
जोखिम:
खुद को सुरक्षित रखने के लिए आप अपने निवेश को 5‑10 % तक सीमित रख सकते हैं और बाकी को विविधित पोर्टफोलियो में बाँट सकते हैं।
अंत में, GK Energy IPO एक आकर्षक अवसर हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो पर्यावरण‑सचेत कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं। लेकिन हर निवेश में जोखिम होता है, इसलिए अपने रिस्क प्रोफ़ाइल और वित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रखकर ही निर्णय लें।
GK Energy के IPO ने 5 गुना ओवरसब्सक्रिप्शन के साथ निवेशकों का बड़ा ध्यान खींचा है। ग्रे मार्केट प्रीमियम 14‑15 रुपये के बीच है, जिससे सूचीबद्ध मूल्य पर 10‑14% का फायदा मिल सकता है। कंपनी सोलर‑पम्प कार्य में 8.56% बाजार हिस्सेदारी रखती है। विश्लेषकों का मानना है कि 23.3× P/E मूल्य उचित है, पर सरकारी योजनाओं पर निर्भरता जोखिम बनती है।