आज के सत्र का सारांश
शेयर बाजार में Tata Motors ने 25 सितंबर को तेज़ी से गिरावट दर्ज की। सुबह के सत्र की शुरुआत ₹669.90 पर हुई, लेकिन ट्रेडिंग के दौरान कीमत ₹675.00 के उच्च और ₹655.30 के निम्न स्तर के बीच फिसली, और औसत ट्रेडिंग प्राइस ₹665.11 रहा। बंद होने के समय शेयर ₹664.30 पर आकर 2.85 % नीचे रहे, जो पिछले दिन के ₹682.95 से काफी अंतर है।
वॉल्यूम की बात करें तो 24,687,611 शेयरों की अद्भुत खपत हुई, जो 20‑दिन के औसत 10,776,087 शेयरों से दो गुना से अधिक थी। यह उच्च ट्रैडिंग एक्टिविटी मुख्यतः बेचने वाले निवेशकों की सक्रिय भागीदारी को दर्शाती है, जिसमें संस्थागत और रिटेल दोनों वर्ग शामिल हैं।
- 52‑सप्ताह का उच्च: ₹1,000.40 (सितंबर 2024)
- वर्तमान मार्केट कैप: ₹2,44,560 करोड़
- P/E रेशियो: 11.60
- 50‑दिन का मूविंग एवरीज: ₹683.91
तकनीकी दृष्टिकोण से देखा जाए तो 50‑दिन के चलती औसत से कीमत नीचे रहना एक स्पष्ट बेयरिश सेट‑अप बनाता है। इसके साथ ही RSI, MACD जैसे संकेतक भी ओवरसोल्ड क्षेत्र की ओर इशारा कर रहे हैं, जिससे आगे की गिरावट की आशंका बढ़ती है।

भविष्य की संभावनाएँ और विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट के पीछे कई कारक मिलकर काम कर रहे हैं। पहले, ऑटोमोबाइल सेक्टर में मौसमी मांग में गिरावट और उच्च इनपुट लागत ने मार्जिन को दबा दिया है। दूसरा, नई ई‑वी मॉडल्स की प्रतिस्पर्धा ने टाटा मोटर्स के पारंपरिक पेट्रोल‑डिज़ल वाहन लाइनअप पर दबाव बढ़ा दिया। तीसरा, कंपनी की तिमाही कमाई रिपोर्ट ने अपेक्षा से कम लाभ मार्जिन दिखाया, जिससे निवेशकों का भरोसा घटा।
एनालिस्ट्स ने संकेत दिया है कि अगर अगले दो‑तीन महीनों में कंपनी नई इलेक्ट्रिक मॉडल्स लॉन्च करने और लागत नियंत्रण में सुधार करने में सफल नहीं रही, तो स्टॉक आगे भी नीचे की दिशा में रह सकता है। हालांकि, कुछ मध्य-और दीर्घकालिक निवेशकों ने कहा है कि अगर टाटा मोटर्स पेट्रोल‑डिज़ल से इलेक्ट्रिक की स्विफ्ट ट्रांजिशन कर लेती है, तो 2026‑2027 में कीमत फिर से ऊँची हो सकती है।
समग्र रूप से, अभी शेयरधारकों के लिए सबसे बड़ा जोखिम बढ़ती बिक्री दबाव है। यदि वॉल्यूम घटना शुरू नहीं होता और कीमत 50‑दिन की औसत के नीचे ही बनी रहती है, तो तकनीकी रूप से स्टॉक एक नई बेयरिश ट्रेंड की ओर बढ़ सकता है। इस बीच, निवेशकों को कंपनी के कर्नटेक फ़ॉरवर्ड प्लान, नई ई‑वी मॉडल्स की डिलीवरी और तिमाही कमाई के परिणामों पर निकटता से नजर रखनी चाहिए।