FY 2025-26 – सभी प्रमुख वित्तीय खबरें एक जगह
जब बात FY 2025-26, जुलाई 2025 से मार्च 2026 तक की भारतीय वित्तीय अवधि. इसे वित्तीय वर्ष 2025‑26 भी कहते हैं की, तो हर खबर का असर सीधे इस अवधि के बजट, कर और आर्थिक नीतियों से जुड़ा होता है। यही कारण है कि जन सेवा केंद्र पर आप इस टैग के अंतर्गत विभिन्न सेक्टरों की ताज़ा अपडेट पा सकते हैं—चाहे वह केंद्रीय बजट की घोषणा हो या बैंक बंदी की सूचनाएँ। नीचे आपको कई लेख मिलेंगे, जो FY 2025-26 को समझने में मदद करेंगे।
पहला प्रमुख घटक है बजट 2025-26, भारत सरकार की वार्षिक वित्तीय योजना. यह बजट टैक्स दरों, सब्सिडी और सामाजिक भत्तों को तय करता है, जिससे हर नागरिक की जेब पर असर पड़ता है। बजट के प्रमुख बिंदुओं में अतिरिक्त आयकर स्लैब, नई स्वास्थ्य योजना और ग्रामीण विकास के लिए अतिरिक्त फंड शामिल हैं। इस दौरान कई कंपनियों के शेयर मूल्य में उछाल या गिरावट देखी जाती है, जैसे टाटा मोटर्स के शेयर में उल्लेखनीय अस्थिरता। बजट को समझना FY 2025-26 की आर्थिक दिशा का पहला कदम है।
दूसरा महत्वपूर्ण पहलू है कराधान 2025‑26, वित्तीय वर्ष के भीतर लागू टैक्स कानून और डेडलाइन. इस साल CBDT ने आयकर ऑडिट रिपोर्ट की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक बढ़ा दी, जिससे टैक्सपेयर्स को अतिरिक्त समय मिला। करावधि की विस्तार का सीधा असर छोटे व्यापारियों, फ्रीलांसर और बड़े कॉरपोरेट्स पर पड़ता है। नई कर छूट नीति के तहत कुछ वर्गों को 5 % तक का रियायती टैक्स मिला, जबकि जियो‑टैक्स में बदलाव ने कुछ कंपनियों की रिटर्न फाइलिंग प्रक्रिया को आसान बनाया। करसंबंधी अपडेट को नज़र में रखकर आप वित्तीय योजना बना सकते हैं।
तीसरा प्रमुख एंटिटी है बैंक बंदी 2025, रिज़र्व बैंक द्वारा निर्धारित सातत्यपूर्ण अवकाश. RBI ने अक्टूबर 2025 में 21 दिन की बैंक बंदी की घोषणा की, जिसमें महात्मा गांधी जयंती, दशहरा, दीपावली जैसे प्रमुख त्यौहार शामिल हैं। इसका असर नकद निकासी, डिजिटल भुगतान और एटीएम संचालन पर पड़ता है, इसलिए व्यवसायों को पहले से तैयारी करनी चाहिए। इस अवधि में कई लोग अपने बिल, इमरजेंसी फंड और यात्रा खर्चों को पहले ही निपटाते हैं। बैंक बंदी के कारण आर्थिक प्रवाह में छोटे‑छोटे उतार‑चढ़ाव आते हैं, लेकिन उचित योजना से इसे आसानी से संभाला जा सकता है।
इन प्रमुख वित्तीय घटकों के अलावा FY 2025-26 में कई अन्य रोचक विषय भी सामने आए—जैसे IBIBS PO 2024 प्रीलीम्स स्कोरकार्ड, राजस्थान पाटवाड़ी उत्तर कुंजी, और भारत‑पाकिस्तान महिला क्रिकेट विश्व कप में टॉस त्रुटि। इन सबको मिलाकर एक व्यापक तस्वीर बनती है कि इस वित्तीय वर्ष में खेल, शिक्षा, आपदा प्रबंधन और तकनीकी नवाचार भी किस तरह आर्थिक माहौल को प्रभावित कर रहे हैं। आप नीचे की सूची में इन सभी खबरों को पढ़कर अपनी जानकारी अपडेट कर सकते हैं। अब चलिए, FY 2025-26 से जुड़ी विस्तृत लेखों की चुनौतीपूर्ण दुनिया में गोता लगाते हैं—हर लेख आपको नया दृष्टिकोण और व्यावहारिक सलाह देगा।