सेंसेक्स और निफ्टी में 3% से अधिक की तेजी, बीजपी नेतृत्व वाले एनडीए की संभावित जीत पर बाजार में उछाल

सेंसेक्स और निफ्टी में 3% से अधिक की तेजी, बीजपी नेतृत्व वाले एनडीए की संभावित जीत पर बाजार में उछाल

सेंसेक्स और निफ्टी में 3% से अधिक की तेजी, बीजपी नेतृत्व वाले एनडीए की संभावित जीत पर बाजार में उछाल

भारतीय शेयर बाजारों में 3 जून, 2024 को एक बड़ा उछाल देखा गया जब प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी ने रिकॉर्ड ऊंचाई बनाई। 30-शेयर बीएसई सेंसेक्स 2,507.47 अंकों यानी 3.39% की छलांग के साथ 76,468.78 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 733.20 अंकों यानी 3.25% की बढ़त के साथ 23,263.90 पर बंद हुआ। यह उन्नति बढ़ते आत्मविश्वास और उत्साह का परिणाम थी, क्योंकि एग्जिट पोल ने बीजपी नेतृत्व वाले एनडीए की भारी जीत की भविष्यवाणी की थी।

आर्थिक परिदृश्य और शेयरों में उछाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहने की संभावना ने निवेशकों के मनोबल को मजबूत किया। उनमें भविष्य की नीतियों और सुधारों को लेकर अत्यधिक उम्मीदें हैं। बाजार में यह उछाल न केवल राजनीतिक स्थिरता का प्रतीक है, बल्कि इसके साथ ही देश की मजबूत जीडीपी डेटा और महत्वपूर्ण ब्लू-चिप कंपनियों जैसे कि रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में भी उछाल देखने को मिली।

अडानी समूह और विभिन्न सेक्टर्स में तेजी

अडानी समूह की कंपनियों ने भी जबरदस्त तेजी दर्ज की, जिसमें अडानी पावर के शेयरों में लगभग 16% का उछाल देखा गया। पीएसयू, पावर, यूटिलिटी, तेल, ऊर्जा, कैपिटल गुड्स और रियल्टी इंडेक्स में भी 8% तक की बढ़त देखी गई। यह उछाल स्पष्ट रूप से निवेशकों की मजबूत उम्मीदों और विश्वास का प्रतीक है।

वोटों की गिनती और विशेषज्ञों की राय

वोटों की गिनती 4 जून को निर्धारित की गई है और निवेशक उत्सुकता से इसके नतीजों का इंतजार कर रहे हैं। बाजार विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इस उछाल का प्रमुख कारण नीति निरंतरता की उम्मीद और भविष्य में और सुधारों की संभावितता है। एग्जिट पोल परिणामों ने निवेशकों को आश्वस्त किया कि वर्तमान सरकार विकास और सुधारवादी दृष्टिकोण को जारी रखेगी।

भविष्य की दिशा

भविष्य की दिशा के बारे में विचार करते हुए, आर्थिक सुधार और राजनीतिक स्थिरता का बाजारों पर सकारात्मक प्रभाव निश्चित रूप से जारी रहेगा। हालांकि, निवेशकों को सावधानी से आगे बढ़ना चाहिए और संभवत: गिनती के परिणामों का इंतजार करना चाहिए। निष्ठा माथुर द्वारा लिखित यह रिपोर्ट निवेशकों के लिए जानकारी का महत्वपूर्ण स्रोत है और उन्हें बाजार में हो रही घटनाओं का पूरा बोध कराती है। बाजार की मौजूदा स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर नजर रखने के लिए निवेशकों को सजग रहना चाहिए।

10 Comments

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    mohit SINGH

    जून 4, 2024 AT 05:59
    ये तो बस एक बड़ा धोखा है! जब तक आम आदमी की जेब नहीं भरी, बाजार का उछाल किसी काम का नहीं। ये सब फंड मैनेजर्स और बड़े निवेशकों के लिए है, हम लोगों के लिए तो सिर्फ चिंता का कारण!
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    Priyanka R

    जून 4, 2024 AT 19:44
    इस उछाल के पीछे अमेरिका और वैश्विक निवेशकों का हाथ है... अगर अडानी और रिलायंस बढ़ रहे हैं, तो ये सब बाहरी हितों के लिए है। असली भारत तो अभी भी गरीबी में डूबा है। 🤔
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    Raghav Suri

    जून 5, 2024 AT 17:56
    मैं तो बस ये कहना चाहता हूँ कि अगर ये उछाल असली है तो घरों में बिजली का बिल भी कम होना चाहिए, सड़कें भी ठीक होनी चाहिए, और बाजार में दाल-चावल की कीमतें भी गिरनी चाहिए। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो रहा। बस शेयर बाजार में नंबर बढ़ रहे हैं... ये तो बस एक दिखावा है।
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    vishal singh

    जून 6, 2024 AT 11:08
    किसी को नहीं पता कि ये बढ़त टिकेगी या नहीं। एग्जिट पोल के आंकड़े गलत हो सकते हैं। और अगर भी सही हैं, तो नीतियाँ बदलने में सालों लग जाते हैं। इस उछाल में कोई तर्क नहीं है।
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    Rakesh Varpe

    जून 6, 2024 AT 16:40
    बाजार बढ़ रहा है। अच्छा है।
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    Sinu Borah

    जून 8, 2024 AT 03:41
    हाँ भाई बढ़ रहा है बाजार... पर तुमने कभी सोचा है कि जब बाजार इतना ऊपर जाता है तो अगले 6 महीने में वो गिरने का रास्ता बन जाता है? ये सब फेक बूम है। अडानी के शेयर तो बस एक निवेशक के बैग में बंद हैं। बाकी सब तो अभी भी बाजार में घूम रहे हैं।
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    Garv Saxena

    जून 9, 2024 AT 03:31
    अगर एक बार राजनीति बाजार को चलाने लग जाए, तो अर्थव्यवस्था कहाँ जाती है? हम जिस चीज को बढ़ावा देते हैं, उसका नतीजा हमें भी भुगतना पड़ता है। बाजार की तेजी का मतलब हमारी स्थिरता नहीं, बल्कि हमारी अस्थिरता है। क्योंकि जब तक आम आदमी की आवाज नहीं सुनी जाएगी, तब तक ये सब बस एक नाटक है।
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    Preyash Pandya

    जून 9, 2024 AT 23:52
    लोगों को ये नहीं पता कि ये उछाल असली नहीं है... ये तो बस एक जाल है जिसे बनाया गया है ताकि लोग खुश रहें। अडानी के शेयर 16% बढ़े? अच्छा... तो क्या? क्या तुम्हारी माँ की दुकान पर चीनी की कीमत भी 16% कम हुई? 😂 ये सब बस एक ड्रामा है जिसमें आप सब अभी भी नाच रहे हैं।
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    Rajesh Khanna

    जून 10, 2024 AT 16:52
    अच्छा हुआ कि बाजार उछला... अगर ये उछाल टिक गया तो नौकरियाँ बढ़ेंगी, निवेश बढ़ेगा, और हम सबके लिए बेहतर होगा। इस वक्त तो थोड़ा आशा रखना चाहिए। हमारे पास अभी तो बस यही है - एक अच्छा शुरुआती मोड़।
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    Girish Sarda

    जून 12, 2024 AT 03:32
    मैंने देखा कि बाजार बढ़ रहा है और मुझे लगता है कि ये अच्छा संकेत है। अगर सरकार सुधार करती है तो बाजार जरूर बढ़ता है। अब बस ये देखना है कि ये बढ़त टिकती है या नहीं। अगर टिकती है तो अच्छा होगा।

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