सरकार की मुख्य जांच एजेंसी सीबीआई हर दिन लाखों केसों की जाँच करती है। पत्रकारों, सोशल मीडिया यूज़र्स और आम जनता की जिज्ञासा भी बहुत ज़्यादा रहती है – कौन‑से केस अभी चल रहे हैं, कब कोई नया फ़ैसला आएगा और हम कैसे मदद कर सकते हैं? इस लेख में हम सीबीआई के काम को आसान शब्दों में समझेंगे और आपके सवालों के जवाब देंगे।
सीबीआई का काम सिर्फ बड़ी घोटालों की जाँच तक सीमित नहीं है। यह एजेंसी आर्थिक धोखाधड़ी, कर चोरी, भ्रष्टाचार, मानव तस्करी, साइबर‑क्राइम, और ज़्यादातर राज्य‑स्तर की बड़ी अपराधों में भी पहल करती है। केस शुरू होने के बाद, सीबीआई फ़ोरेंसिक लैब, पूछताछ, वॉचडॉग टीम और डिटेक्टिव्स की मदद से सबूत इकट्ठा करती है। दो‑तीन हफ्तों में फ़ाइलिंग पूरी हो जाती है, फिर कोर्ट में पेशगी दस्तावेज़ पेश किया जाता है।
कभी‑कभी लोकप्रिय केसों में सीबीआई को मीडिया की बड़ी ध्यान मिलता है, जैसे जब बड़े कंपनियों के ठेके या राजनैतिक स्कैंडल्स पर जांच शुरू होती है। ऐसे में लोग केस की प्रगति को टाइप‑अप करते हैं, लेकिन एजेंसी अक्सर गुप्तता के कारण जानकारी नहीं देती। फिर भी, आधिकारिक वेबसाइट और प्रेस कॉन्फ्रेंस से आपको अपडेट मिल सकता है।
अभी हाल ही में सीबीआई ने कुछ बड़े केसों में कदम रखा है:
इन केसों की प्रगति को आप सीबीआई की आधिकारिक ट्विटर अकाउंट या प्रेस रिलीज़ से फॉलो कर सकते हैं। अगर आपके पास कोई साक्ष्य या सूचना है, तो आप 24‑घंटे हॉटलाइन 1800‑11‑3000 पर कॉल कर सकते हैं या सबसे नजदीकी पोस्ट ऑफिस में फ़ॉर्म भर सकते हैं।
साथ ही, जनता के लिये एक छोटे‑छोटे टिप्स:
याद रखें, सीबीआई की ताकत जनता के सहयोग में है। अगर आप एक चुप्पी नहीं रखते, तो पक्ष‑पात रहित जांच संभव नहीं है। इसलिए, छोटा‑छोटा प्रयास भी बड़ी बदलाव लाने में मदद कर सकता है। आगे बढ़िए, अपनी आवाज़ उठाइए और जांच को तेज़ बनाइए!
सीबीआई ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) स्नातक (UG) परीक्षा में 5 मई को हुई कथित अनियमितताओं के संबंध में एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर दर्ज की गई है। सीबीआई ने इस मामले की प्राथमिकता के आधार पर जांच करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया है।