Nvidia ने रचा इतिहास
Nvidia ने एआई के क्षेत्र में की गई भविष्यवाणी को सही साबित करते हुए Apple और Microsoft को पछाड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बनने का गौरव हासिल किया है। यह कंपनी कंप्यूटर चिप निर्माण की दिग्गज मानी जाती है। इस का बाजार मूल्य अब $3.34 ट्रिलियन हो गया है, जो मार्केट में Microsoft और Apple से अधिक है।
बाज़ार में भारी बढ़ोतरी
मंगलवार को Nvidia के स्टॉक मार्केट मूल्य में 3 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जिससे इस कंपनी का बाजार पूंजीकरण $3.34 ट्रिलियन पहुँच गया। इसके मुकाबले में Apple का 3.31 ट्रिलियन और Microsoft का 3.29 ट्रिलियन था। Nvidia की इस उड़ान का मुख्य कारण एआई उद्योग में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है, इसके चिप्स और सॉफ़्टवेयर एआई एल्गोरिदम के प्रशिक्षण में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
चिप्स और सॉफ्टवेयर की मांग
Nvidia के चिप्स और सॉफ्टवेयर का उपयोग एआई छवि जनरेटर और OpenAI के ChatGPT जैसे चैटबॉट्स में किया जाता है। कंपनी की आय भी साल 2022 के पहले तिमाही के $7.2 बिलियन से बढ़कर इस साल के पहले तिमाही में $26 बिलियन हो गई है। यह दर्शाता है कि एआई इनोवेशन के लिए टेक और बिज़नेस जगत में एक अद्वितीय उछाल आ रहा है।
उद्योग विशेषज्ञों की भविष्यवाणी
Deepwater Asset Management के मैनेजिंग पार्टनर Gene Munster ने पड़ताल करते हुए Nvidia के विकास को 'टेक की सबसे अद्भुत कहानी' बताया है। उनकी भविष्यवाणी है कि यदि एआई वास्तव में परिवर्तनीय साबित होता है तो Nvidia का विकास जारी रहेगा। वर्तमान बाजार में Nvidia का 70 प्रतिशत से अधिक हिस्सा एआई चिप्स का है, जो कंपनी को एक अद्वितीय उद्योग नेता बनाता है।
निवेशकों का विश्वास
Nvidia के इस उछाल ने निवेशकों के विश्वास को और भी मजबूत किया है। OpenAI द्वारा ChatGPT के लॉन्च होने के बाद से Nvidia के स्टॉक मूल्य में 700 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। निवेशक व्यक्तिगत और संस्थागत निवेश फंड दोनों में भारी निवेश कर रहे हैं।
गहरी नज़र
हालांकि, इस बाजार प्रभुत्व के चलते Nvidia अब बढ़ती हुई नियामक जाँच का सामना कर रही है। एआई के क्षेत्र में इस प्रकार की विस्तार क्षमता को देखते हुए बड़े डेटा सेंटरों की आवश्यकता भी सामने आई है।
एआई में चमक
Nvidia पहले वीडियो गेम कंसोल्स और पर्सनल कंप्यूटरों में उपयोग होने वाले चिप्स का निर्माण करती थी। लेकिन इन चिप्स की यूनिक विशेषताएं उन्हें एआई एल्गोरिदम के लिए आवश्यक बड़े-बड़े गणनात्मक कार्यों के लिए अत्यधिक उपयुक्त बनाती हैं। 2010 के मध्य में शोधकर्ताओं ने Nvidia के जीपीयू का उपयोग करना शुरू कर दिया था और कंपनी ने भी अपने सॉफ्टवेयर को एआई अनुप्रयोगों के लिए और अधिक उपयुक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया। यह देखा गया है कि आने वाले वर्षों में भी Nvidia अपना प्रतिस्पर्धी लाभ बनाए रखेगी।
संक्षेप में, Nvidia ने एआई उद्योग में अपनी भविष्यवाणी को सही साबित करते हुए अपना स्थान बनाया है और अब दुनिया की सबसे मूल्यवान सार्वजनिक कंपनी बन गई है। इसके अद्वितीय चिप्स और सॉफ्टवेयर ने इस क्रांति को संभव बनाया है, और इस क्षेत्र में इसके प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता।
Sinu Borah
जून 19, 2024 AT 23:11अरे भाई, Nvidia का बाजार मूल्य बढ़ रहा है तो ठीक है, पर ये सब एआई के चक्कर में बना हुआ बुलबुला है। जब तक ये चिप्स घरों में चलने लगेंगे, तब तक ये सब फेक नंबर्स हैं। मैंने तो अपने घर के रूटर में भी एआई नहीं देखा, पर ये लोग ट्रिलियन डॉलर की बात कर रहे हैं। क्या ये सब सिर्फ शेयर बाजार के लिए बनाया गया नाटक है?
Sujit Yadav
जून 21, 2024 AT 16:34It is imperative to acknowledge that the valuation of NVIDIA is not merely a function of market sentiment, but rather a reflection of its unparalleled architectural dominance in the realm of parallel computing. The H100 Tensor Core GPU, with its 4th-generation NVLink and 1.8 TB/s memory bandwidth, represents a quantum leap in computational throughput-far surpassing the archaic architectures of Apple’s A-series and Microsoft’s in-house silicon. To equate NVIDIA’s innovation with mere market hype is an intellectual disservice to the field of AI engineering.
Kairavi Behera
जून 22, 2024 AT 00:32अगर आपके पास एक अच्छा लैपटॉप है तो आप भी एआई का इस्तेमाल कर सकते हैं। Nvidia के चिप्स बहुत अच्छे हैं, लेकिन आपको बस इतना जानना है कि ये चीजें आम आदमी के लिए भी आसान हो रही हैं। अगर आप फ्री में ChatGPT या Google Gemini यूज़ कर रहे हैं, तो वो भी Nvidia के चिप्स पर चल रहा है। बस थोड़ा धैर्य रखें, जल्दी नहीं, बस समझें कि ये बदलाव आ रहा है।
Aakash Parekh
जून 22, 2024 AT 07:21मतलब अब ये भी हो गया कि एआई के लिए Nvidia बन गई? ठीक है, लेकिन अब क्या होगा? इनके चिप्स की कीमत और बढ़ेगी, फिर हम लोग अपने फोन बदलेंगे। बस इतना ही।
Sagar Bhagwat
जून 22, 2024 AT 15:45अरे यार, Apple और Microsoft को पछाड़ दिया? तो फिर ये कंपनियाँ अब क्या करेंगी? शायद अब वो भी Nvidia के चिप्स खरीदने लगेंगे! ये तो बहुत मजेदार है। मैं तो सोच रहा था कि Apple अपने M3 चिप्स से दुनिया जीत लेगी, लेकिन नहीं... Nvidia ने बस एक बार ब्रेक लगा दिया और बाकी सब रुक गए।
Jitender Rautela
जून 23, 2024 AT 13:55इस देश में तो एआई के बारे में बात करने वाले भी नहीं हैं, पर ये लोग ट्रिलियन डॉलर की बात कर रहे हैं। जब तक ये चिप्स भारत में बनेंगे, तब तक ये सब बकवास है। ये सब अमेरिका की बात है, हमारे यहाँ तो बिजली भी नहीं चलती।
abhishek sharma
जून 23, 2024 AT 22:28अरे भाई, ये सब एआई का ड्रामा तो बहुत पुराना हो गया। Nvidia के चिप्स तो बहुत अच्छे हैं, लेकिन ये जो बढ़ता है, वो तो बाजार की भावनाओं का नतीजा है। जब तक एआई वास्तव में आम आदमी के जीवन को बदल नहीं देगा, तब तक ये सब एक बड़ा सा फेक नंबर है। और हाँ, ये डेटा सेंटर्स जितने बड़े हो रहे हैं, उतने ही बिजली के बिल बढ़ रहे हैं। अब ये लोग बताएँ कि ये एआई का फायदा किसे हुआ? मैं तो अभी भी अपने फोन में 5G के बिना चल रहा हूँ।
Surender Sharma
जून 25, 2024 AT 12:15ye toh bs hype hai... nvidia ke chips toh sabhi ke pass nahi hai... aur ye sabhi stock market ki game hai... jaise hi koi crash aayega toh sab bhag jayenge... aur ye log abhi bhi 700% grow bola hai... bhai 700% toh 10 saal me bhi nahi hota... yeh sabhi bhaiyo ke liye hi hai jo facebook pe ghar ke baahar jana nahi chahte...
Divya Tiwari
जून 26, 2024 AT 11:41हमारे देश के लिए ये बहुत बड़ी बात है कि हम अपने चिप्स नहीं बना पा रहे। जब तक हम अपनी तकनीक नहीं बनाएंगे, तब तक हम दूसरों के चक्कर में घूमते रहेंगे। ये Nvidia अमेरिका की कंपनी है, और ये दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी बन गई... लेकिन भारत की तकनीक कहाँ है? हमारे यहाँ तो एआई के लिए भी बिजली की बात नहीं हो रही। ये बात सिर्फ एक बड़े देश की नहीं, एक बड़े दिमाग की है। हमें अपने खुद के नेता चाहिए, जो दुनिया को नहीं, बल्कि अपने देश को बदल सकें।