डब्ल्यूएचओ ने दूसरी बार मंकीपॉक्स को ग्लोबल पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंकीपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। यह दूसरी बार हुआ है जब मंकीपॉक्स को यह स्थिति मिली है। इससे पहले 2022 में भी इसे आपातकाल घोषित किया गया था। इस बार की घोषणा कांगो गणराज्य में एक बड़े प्रकोप के बाद की गई है, जिसने आसपास के देशों में भी फैलाव किया है।
कांगो में मंकीपॉक्स का प्रकोप
कांगो में मंकीपॉक्स का प्रकोप स्थानीय ठंग के स्ट्रेन से शुरू हुआ था, जिसे क्लेड I कहा जाता है। लेकिन हाल ही में, एक नया वेरिएंट, क्लेड Ib, पहचाना गया है, जो सामान्य निकट संपर्क, जिसमें यौन संबंध भी शामिल है, से अधिक आसानी से फैलता है। इस वेरिएंट ने बुरुंडी, केन्या, रवांडा, और युगांडा जैसे देशों में भी अपने पांव पसार लिए हैं, जिसके कारण डब्ल्यूएचओ ने जल्दी से कार्रवाई की है।
डब्ल्यूएचओ की तैयारी
डब्ल्यूएचओ के निदेशक-जनरल टेड्रोस अढानोम गेब्रियेसस ने कहा है कि इस प्रकोप को रोकने और जान बचाने के लिए एक समन्वित अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की आवश्यकता है। उन्होंने इस आपातकाल को देखते हुए कहा कि डब्ल्यूएचओ ने $1.5 मिलियन की आवश्यक निधि पहले से ही जारी कर दी है और आने वाले दिनों में और धनराशि भी जारी की जाएगी। डब्ल्यूएचओ ने इस प्रकोप से निपटने के लिए $15 मिलियन की आरंभिक योजना का भी खुलासा किया है।
वैक्सीन और उपचार
डब्ल्यूएचओ ने उन देशों से टीकों का दान करने की अपील की है जिनके पास वैक्सीन का स्टॉक हैं। अफ्रीका के शीर्ष सार्वजनिक स्वास्थ्य निकाय ने भी महाद्वीप के लिए मंकीपॉक्स आपातकाल घोषित किया है और चेतावनी दी है कि इस वर्ष, खासकर कांगो में, 17,000 से अधिक संदिग्ध मामलों और 500 से अधिक मौतों के साथ, इसमें तेज़ी से फैलने की गति देखी गई है।
मंकीपॉक्स के लक्षण और रोकथाम
मंकीपॉक्स की बीमारी निकट संपर्क द्वारा फैलती है और इसके लक्षण फ्लू जैसे होते हैं, जिसमें पस-भरे घाव भी शामिल हैं। ज्यादातर मामलों में यह हल्की बीमारी होती है, लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में यह घातक भी हो सकती है। 2022 में, पिछले स्ट्रेन के वैश्विक प्रकोप के समय, टीके और व्यवहार में बदलाव से इसके फैलाव पर काबू पाया गया था।
डब्ल्यूएचओ की रणनीति
डब्ल्यूएचओ कांगो में टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और संक्रमण के मार्गों का अध्ययन करने पर काम कर रही है। इस आपात घोषणा का हिस्सा मंकीपॉक्स के फैलाव को रोकने के व्यापक प्रयासों का भी अंग है।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता
मंकीपॉक्स का प्रकोप रोकने के लिए डब्ल्यूएचओ ने वैश्विक शोध और धनराशि को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया है। डब्ल्यूएचओ की इस उच्चतम स्तर की चेतावनी, जिसे अंतर्राष्ट्रीय चिंता की सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (PHEIC) कहते हैं, का उद्देश्य अनुसंधान और वित्त पोषण को तेज़ करना है।
इस बात को ध्यान में रखते हुए, यह अत्यंत आवश्यक है कि विश्वस्तर पर सभी देश और स्वास्थ्य संगठन मिलकर इस संकट से निपटने के लिए एकजुट हो जाएं ताकि मंकीपॉक्स के फैलाव को रोका जा सके और मानव जीवन को बचाया जा सके।
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